इन दिनों प्रयागराज(इलाहाबाद) में आयोजित अर्ध कुम्भ मेले की रौनक देखते ही बनती है| यह मेला मकर संक्रांति से लेकर महा शिवरात्रि तक चलता है| इस दौरान यहाँ देश-विदेश के श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है| सनातन धर्म में कुम्भ स्नान का बड़ा महत्त्व है| इसलिए अधिकांश लोग पुण्य लाभ अर्जित करने के उद्देश्य से ही इस मेले में शामिल होते थे| लेकिन इन दिनों लाखों लोग मेले में घूमने के उद्देश्य से भी आते हैं|
इस कुम्भ में 13 अखाड़ों के साधू-संत शामिल होते हैं| लेकिन इनमें दो नया नाम भी जुड़ गया है| इस वर्ष 14वें अखाड़े के रूप में किन्नर अखाड़ा चर्चा का विषय बना हुआ है| वैसे इस जद्दो जहद में महिला साध्वियों का परी अखाड़ा भी है जिसे इस वर्ष भी मान्यता नहीं मिली और उनकी पेशवाई स्थगित कर दी गई जबकि जूना अखाड़े के सहयोग से किन्नर अखाड़े के लिए यह काम आसान हो गया|

